Friday, April 8, 2011

जन्मदिन

जन्मदिन हर बार जोड़ जाता है
एक पन्ना
मेरी ज़िन्दगी की किताब में
यही तोहफा है उसका
मेरे लिए

उस पन्ने पर
छाप है 
कुछ पिछले पन्नों की
बाकि खाली है
लिखने को
मेरे और दूसरों के लिए 

सच ही तो है 
मेरी ज़िन्दगी की किताब 
मैं अकेला कहाँ लिख रहा हूँ 
कई हाथ शामिल हैं 
इसे लिखने में 

हाँ ये बात और है कि
इनमे से कुछ की शक्लें मैं पहचानता हूँ 
कुछ को नामों से जानता हूँ
और 
अनगिनत ऐसे भी हैं 
जिन्हें कभी देखा नहीं 
सुना भी नहीं 

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