Saturday, June 2, 2018

मन


4 comments:

  1. लाजवाब, आप की लेखनी सरल सहज और सीधे दिल तक पंहुचती है।

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  2. निःशब्द हूँ. फ़िलहाल, लिखने के लिए शुक्रिया, विवेक भाई.

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  3. Aapne mera mann lauta diya, kho gaya tha jo in logo ke bich jine ki kosis me. ❤

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