Sunday, June 24, 2018

दुनिया बदलने का एक रास्ता

मीठी इन दिनों अपनी बातों से
दुनिया बदलने का
एक रास्ता सुझा रही है...

उसे जब भी बाहर जाना
होता है, वो अंदर-अंदर
दोहराती है..
मुझे वो मम्मी और
निर्माली को बिबेक
कह कर बुलाती है...

सही है ना?

अंदर को बाहर और
बाहर को अंदर बनाया जाए..
मम्मी को पापा तो
पापा को मम्मी बनाया जाए..

पूरब को पश्चिम बनाया जाए और
उत्तर को दक्षिण..
दिन को रात बनाया जाए और
रात को दिन..

मालिक को मजदूर और
मजदूर को मालिक बनाया जाए..
Political को Personal और
Personal को Political बनाया जाए..

कुल मिला कर
इस दुनिया को
उल्टा कर,
सर के बल चलाया जाए...

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